शॉट विवरण
एंकर लिंक
वी ओ १
ये है प्रतापगढ़ फार्म्स। जहां आप दिन भर की थकान मिटाने , नयी ऊर्जा पाने और पेड़ - पौधों से ताज़ी हवा में तरोताज़ा हो सकते हैं। यहाँ बच्चों के लिए झूले, बुज़ुर्गों के लिए खाट और वयस्कों के लिए एडवेंचर स्पोर्ट्स से लेकर पानी भरने की पनघट और नट - नटी का खेल भी मौजूद है। इस बार मम्मी पापा की चवालीसवीं शादी की साल - गिराह हमने यहीं मनाई।
मम्मी का फोटो कोलाज
वी ओ २
यहां १२०० रुपये प्रति व्यक्ति के हिसाब से टिकट का किराया है। जहां आप दिन भर बिता सकते हैं और लुत्फ़ उठा सकते हैं अलग-अलग व्यंजन का जो गाँव के शुद्ध देसी घी और खाने के स्टाइल से बनाये गए हैं। एक तरफ बाजरे की रोटी, मक्के की रोटी और दूसरी तरफ चाट - पकौड़ी। वहीं रोज़मर्रा की दाल - सब्ज़ी पनीर की भी व्यवस्था है। सबसे ज़्यादा मज़ा तो इस खाने को हज़म करने के लिए नृत्य - नाच करके मिला जिससे लगा कि हम अपनी संस्कृति के बारे में कितना कम जानते हैं।
सबका नृत्य
यहां हल जोतने में उतना ही मज़ा आया जितना साइकिल रिक्शा चलाने में और डीजे का नाच करने में। अंत में चाय की चुस्की लेकर और एनिमल फार्म जाकर हमने वापिस घर की ओरे यात्रा शुरू की।
आखिरी मोंटाज
No comments:
Post a Comment